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सतगुरु, सेवा और बंदगी

 


   
सतगुरु, सेवा और बंदगी

🙏सतगुरु देव की जय🙏

  "सतगुरु सेवा और बंदगी यही है हमारी जिंदगी" बंदी छोड़ पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब के अवतार व पूर्ण संत _सतगुरु रामपाल जी महाराज ने बहुत ही संघर्षशील व बलिदाानी जीवन  व्यतीत करते हुए स्वच्छ समाज रूपी बगीची का निर्माण किया है जिसमें असंख्यो भक्त-आत्मा रूपी -पुष्पखिले हैं जो सभी प्रकार की बुराइयों व नशे - विषयो को त्याग कर भक्ति पूर्ण जीवन जी रहे हैं इस उद्यान में नए नए भक्त रुपी पौधे भी उग रहे हैं या यूं कहें कि नए भगत जुड़ रहे हैं लेकिन इस उद्यान में कुछ गुरु द्रोही रूपी बांस भी पैदा हो गए है जो इस बगीची को नुकसान पहुंचाने की कूचेष्टा कर रहे हैं 

कबीर साहिब जी कहते हैं--

                   - संगत माहि कुसंगत उपजै जैसे वन में बांस ।जो आपा-घिस-घिस आग लगा दे करदे बन खंड का भी नास ।। गुरुद्रोहीयो को भी कुछ ऐसी ही समझो । ये नए भक्तों को अपने संपर्क में ले कर उनकी भक्ति को नष्ट करने पर तुले है इनका उद्देश्य इस बगिया को नष्ट करना है और भक्तों का नाम_खंडित_करना है जबकि ये नहीं जानते कि वह शम्मा क्या बुझे जिसे  रोशन खुदा करें  यह परमात्मा की बगिया है। इसे ये नष्ट नहीं कर सकते और स्वयं ही नष्ट हो जाएंगे अतः सभी भक्तों से अनुरोध है कि इन बांस रूपी दानव गुरुद्रोहीयो के संपर्क में ना आए और अपनी भक्ति को नष्ट होने से बचाये परमात्मा का मिशन आप सभी पुण्यात्माओ को सतलोक लेकर जाना है।  ये उस अंधे गधे की तरह है जो पटरी पर आने वाली रेल की तरफ पिछवाड़ा करके खड़ा  है और सोच रहा होता है कि मेरी दुलत्ती से रेल रुक जाएगी जब कि ऐसा कुछ नहीं होता और वह अंधा गधा स्वयं हीं नष्ट हो जाता है अतः दास का सभी भक्तों से निवेदन है कि।  सभी भगत विवेकपूर्ण और समझदार है और विवेकशीलता का परिचय दें और बगीचे को स्वच्छ व स्वस्थ रखने के लिए हम सभी संत रामपाल जी महाराज द्वारा लगाए गए भुट्टे-रूपी-भगत भाईयो का भी फर्ज बनता है कि हमारे गुरु जी ने बहुत बड़ी कुर्बानी दी है। और हम नासमझी का परिचय  दें रहें हैं जो सतगुरु द्वारा दी गई सेवा को भी पूर्ण रूप से नहीं कर रहे हैं बल्कि एक दिखावा छलावा कर रहे हैं अपने आप से।

पूर्ण परमात्मा संत रामपाल जी महाराज जेल धाम से सब कुछ देख रहे हैं वे अंतर्यामी है लेकिन भगत भाई अपने ही गुरुर में चूर है मस्त है जो गुरुद्रोहीयों को अपनी अपनी आईडी से ब्लॉक न करके अपने लाइक व व्यू बढ़ाने में ही जी रहे हैं कुछ भक्तों को यूटयूब चैनल बनाना है तो कुछो का सपना राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय टी- वी चैनल बनाना है। और कुछ लोगों को अपनी पब्लिसिटी बनानी है लेकिन ऐसे भक्तों को अपने परमात्मा पर विश्वास नहीं बल्कि ठग्गू , चोरों व , भ्रष्ट रिश्व्तखोरो पर अधिक विश्वास है उनकेे मन में है कि कहीं हम इनको अपनी आईडी से ब्लॉक कर देंगे तो हमारे लाइक ,शेयर व फोलोअर्स कम न हो जाएंगे। अरे भक्तों जिसको परमात्मा लाइक करता है उसको  गुरुद्रोहीयों के लाइक की आवश्यकता नहीं होती । सतगुरु देव जी ने ह‌मे जो सेवा दी है उसको सच्ची नियत से बेखौफ निर्भय निडर होकर करनी चाहिए --

-- गुरु को सिर पर राखिए चलिए आज्ञा मांहि कहे कबीर तास को तीन लोक भय नांहि ।

 गुरु मानस कर जानते ते नर कहिए अंध। होंवे दुखी संसार में आगे यम के फंद।।

 सतगुरु के दरबार में जाइयो बारंबार।भूलि वस्तु लखा(दिखा) देवे है सतगुरु दातार।।

गुरु द्रोही कीपैड पर जै पग आवे बीर 84 निश्चय पड़े सतगुरु कहे कबीर।। हमारा उद्देश्य बाणियां बोलना नहीं है-

हमें तो अपने भगवान द्वारा दिखाएं रास्ते पर चलना है।

 के सोवे गफलत में बंदे जाग-जाग नर जाग रे।

तन सराय में जीव मुसाफिर चले  सवेरा त्याग रे।। 🙏सत साहिब जी🙏

लेखक - राजबीर दास  फोन नंबर +91 9992294310

सतलोक के राही ग्रुप एडमिन





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